रहस्योद्घाटन 12—22
अपनी सुस्पष्ट चित्रकारी तथा अत्याधिक अलंकारिक प्रतीकवाद थे प्रकाशितवाक्य की पुस्तक बेहतरीन मसीही विद्वानों के सामने एक व्याख्यात्मक चुनौती पेश करती है। परन्तु डेविड एल. रोपर ने प्रकाशितवाक्य पर दो अंकों वाली अपनी इस पुस्तक में सबसे अधिक सहायक और समझने में आसान अध्ययन उपलब्ध करवाया है। इस कोर्स में उन्होंने एक रोमांचकारी अध्ययन में जो पाठक को अंत में शैतान की पराजय पर आनन्दित होने के लिए अगुआई करता है, उन्होंने अध्याय 12 से 22 को कवर किया है।
रोपर ने इस अध्ययन में उस भेद को खोला गया है जो लड़ाइयों, पशुओं और क्रोध के कटोरों के रूपकों को घेरे हुए है। उन्होंने यूहन्ना से सम्बन्धित जबर्दस्त प्रतिज्ञा को साफ साफ समझाया है कि जो मरने तक विश्वासयोग्य बना रहता है उसे उनन्त जीवन की आशीष मिलेगी।